मेरे हाथों की लकीरों के इज़ाफ़े हैं गवाह Admin / Aug 02, 2021 मेरे हाथों की लकीरों के इज़ाफ़े हैं गवाह मेरे हाथों की लकीरों के इज़ाफ़े हैं गवाह, मैने पत्थर की तरह खुद को तराशा है बहुत। Mere Haathon Ki Lakeeron Ke Izaafe Hain Gawah, Maine Patthar Ki Tarah Khud Ko Tarasha Hai Bahut. Shayari Inspirational Shayari Khud Shayari Lakeer Shayari