मेरी शायरी अक्सर वो गुनगुनाते है

मेरी शायरी अक्सर वो गुनगुनाते है

मेरी शायरी अक्सर वो गुनगुनाते है,
बंद है मेरी बोलचाल जिनसे..


Meree shaayaree aksar vo gunagunaate hai,
Band hai meree bolachaal jinase..