मेरी इबादत का कोई वक्त,

मेरी इबादत का कोई वक्त,

मेरी इबादत का कोई वक्त,
मुकर्रर नही होता…
तुम ख्यालों में आते हो..
हम सजदे में बैठ जाते हैं..!!!


Meree ibaadat ka koee vakt,
Mukarrar nahee hota…
Tum khyaalon mein aate ho..
Ham sajade mein baith jaate hain..!!!