मेरा अपना तजुर्बा है तुम्हे बतला रहा हूँ मैं

मेरा अपना तजुर्बा है तुम्हे बतला रहा हूँ मैं

मेरा अपना तजुर्बा है तुम्हे बतला रहा हूँ मैं
कोई लब छू गया था तब के अब तक गा रहा हु मैं
बिछुड़ के तुम से अब कैसे जिया जाए बिना तड़पे
जो में खुद हे नहीं समझा वही समझा रहा हु मैं..


Mera apana tajurba hai tumhe batala raha hoon main
Koee lab chhoo gaya tha tab ke ab tak ga raha hu main
Bichhud ke tum se ab kaise jiya jae bina tadape
Jo mein khud he nahin samajha vahee samajha raha hu main..