मुहब्बत होंठों से नहीं, उनसे निकली मीठी बातों से है

मुहब्बत होंठों से नहीं, उनसे निकली मीठी बातों से है

मुहब्बत होंठों से नहीं, उनसे निकली मीठी बातों से है..
क्यों कि मासूमियत चेहरे से कहीं ज्यादा, उसकी भोली आँखों में है।


Muhabbat honthon se nahin, unase nikalee meethee baaton se hai..
Kyon ki maasoomiyat chehare se kaheen jyaada, usakee bholee aankhon mein hai.