मुहब्बत में यही खौफ क्यों हरदम रहता है

मुहब्बत में यही खौफ क्यों हरदम रहता है

मुहब्बत में यही खौफ क्यों हरदम रहता है…
कही मेरे सिवा किसी और से तो मुहब्बत नहीं उसे…


Muhabbat mein yahee khauph kyon haradam rahata hai…
Kahee mere siva kisee aur se to muhabbat nahin use…