मुहब्बत का मज़ा तो डूबने की कशमकश में है

मुहब्बत का मज़ा तो डूबने की कशमकश में है

मुहब्बत का मज़ा तो डूबने की कशमकश में है...
जो हो मालूम गहराई, तो दरिया पार क्या करना...!!


Muhabbat ka maza to doobane kee kashamakash mein hai...
Jo ho maaloom gaharaee, to dariya paar kya karana...!!