मुड़े मुड़े से हैं किताब ए इश्क़ के पन्ने

मुड़े मुड़े से हैं किताब ए इश्क़ के पन्ने

मुड़े-मुड़े से हैं, किताब-ए-इश्क़ के पन्ने,
ये कौन है, जो हमे हमारे बाद पढ़ता है !!


Mude-mude se hain, kitaab-e-ishq ke panne,
Ye kaun hai, jo hame hamaare baad padhata hai !!