मुझसे नफरत की अजब राह निकली उसने

मुझसे नफरत की अजब राह निकली उसने

मुझसे नफरत की अजब राह निकली उसने,
हँसता बसता दिल कर दिया खाली उसने,
मेरे घर की रिवायत से वोह खूब था वाकिफ,
जुदाई माँग ली बन के सवाली उसने।


Mujh Se Nafrat Ki Ajab Raah Nikali Usne,
Hasta Basta Dil Kar Diya Khali Usne,
Mere Ghar Ki Riwayat Se Woh Khoob Tha Waqif,
Judai Maang Li Ban Ke Sawali Usne.