मुझको ढूँढ़ लेता है हर रोज़ नए बहाने से Admin / Jul 30, 2021 मुझको ढूँढ़ लेता है हर रोज़ नए बहाने से मुझको ढूँढ़ लेता है हर रोज़ नए बहाने से, दर्द हो गया है वाकिफ मेरे हर ठिकाने से। Mujhko Dhoondh Leta Hai Har Roj Naye Bahane Se, Dard Ho Gaya Hai Waqif Mere Har Thhikane Se. Shayari Dard-bhari Shayari