मुझ को मज़ा है छेड़ का दिल मानता नहीं Admin / Aug 26, 2021 मुझ को मज़ा है छेड़ का दिल मानता नहीं मुझ को मज़ा है छेड़ का दिल मानता नहीं, गाली सुने बग़ैर सितमगर कहे बग़ैर। Mujhko Mazaa Hai Chhed Ka Dil Maanta Nahi, Gaali Sune Bagair SitamGar Kahe Bagair. Shayari Dil Shayari Gaali Shayari