मुखौटे बचपन में देखे थे मेले में टंगे हुए

मुखौटे बचपन में देखे थे मेले में टंगे हुए

मुखौटे बचपन में देखे थे, मेले में टंगे हुए...
समझ बढ़ी तो देखा लोगों पे चढ़े हुए...!!


Mukhaute bachapan mein dekhe the, mele mein tange hue...
Samajh badhee to dekha logon pe chadhe hue...!!