मुख़्तसर सा गुरूर भी ज़रूरी है जीने के लिए Admin / Jan 31, 2022 मुख़्तसर सा गुरूर भी ज़रूरी है जीने के लिए मुख़्तसर सा गुरूर भी ज़रूरी है, जीने के लिए; ज्यादा झुक के मिलो तो दुनिया, पीठ को पायदान बना लेती है! Mukhtasar sa guroor bhee zarooree hai, jeene ke lie; Jyaada jhuk ke milo to duniya, peeth ko paayadaan bana letee hai! Shayari 2 Line Shayari Daan Shayari Yaad Shayari