मशरूफ थे सब अपनी जिंदगी की उलझनों में

मशरूफ थे सब अपनी जिंदगी की उलझनों में

मशरूफ थे सब अपनी जिंदगी की उलझनों में...
ऐ दोस्त ज़रा सी जमींन क्या हिली सबको खुदा याद आ गया...


Masharooph the sab apanee jindagee kee ulajhanon mein...
Ai dost zara see jameenn kya hilee sabako khuda yaad aa gaya...