मजबूरी ए फ़िराक का शिक़वा नहीं बजा

मजबूरी ए फ़िराक का शिक़वा नहीं बजा

मजबूरी-ए-फ़िराक का शिक़वा नहीं बजा
खुद पे न हो यकीन तो मुहब्बत न कीजिए।


Majabooree-e-firaak ka shiqava nahin baja
Khud pe na ho yakeen to muhabbat na keejie.