मंज़िलें पाँव पकड़ती हैं ठहरने के लिए Neha / Jan 31, 2022 मंज़िलें पाँव पकड़ती हैं ठहरने के लिए मंज़िलें पाँव पकड़ती हैं ठहरने के लिए शौक़ कहता है कि दो चार क़दम और सही..... Manzilen paanv pakadatee hain thaharane ke lie Shauq kahata hai ki do chaar qadam aur sahee..... Shayari Dum Shayari Manzil Shayari Motivational Shayari