भीड़ लगी है हर तरफ फिर भी है सुनसान

भीड़ लगी है हर तरफ फिर भी है सुनसान

भीड़ लगी है हर तरफ फिर भी है सुनसान...
कहाँ प्रीत अब खो गयी बदला हर इन्सान...!!


Bheed lagee hai har taraph phir bhee hai sunasaan...
Kahaan preet ab kho gayee badala har insaan...!!