बड़ी हसरत थी की खोलू

बड़ी हसरत थी की खोलू

अर्ज़ किया है...
बड़ी हसरत थी की खोलू उनकी सलवार का नाड़ा,
सनम की बेरुखी तो देखो के वो N@Nge ही चले आये


Arz Kiya Hai...
Badi Hasrat Thi Ki Kholu Unki Salwaar Ka Nara
Sanam Ki Berukhi Dekho Ki N@Ngi Hi Chale Aaye