बैठती वहीं हूँ जहाँ अपनेपन का अहसास है मुझको

बैठती वहीं हूँ जहाँ अपनेपन का अहसास है मुझको

बैठती वहीं हूँ जहाँ अपनेपन का अहसास है मुझको...
यूं तो जिन्दगी में कितने ही लोग आवाज देते हैं मुझको...!!


Baithatee vaheen hoon jahaan apanepan ka ahasaas hai mujhako...
Yoon to jindagee mein kitane hee log aavaaj dete hain mujhako...!!