बिस्तरों के तजूर्बे से तय नही होती

बिस्तरों के तजूर्बे से तय नही होती

बिस्तरों के तजूर्बे से तय नही होती, कुव्वत आदमी की,
साबित मर्दानग़ी, हर फ़र्ज निभाने से ही हुआ करती है !!


Bistaron ke tajoorbe se tay nahee hotee, kuvvat aadamee kee,
Saabit mardaanagee, har farj nibhaane se hee hua karatee hai !!