बिस्तर की सिलवटों तक था प्रेम उसका Admin / Jan 31, 2022 बिस्तर की सिलवटों तक था प्रेम उसका बिस्तर की सिलवटों तक था प्रेम उसका चेहरे की झुर्रियों तक समेटे जी रही हूँ उसे मैं !! Bistar kee silavaton tak tha prem usaka Chehare kee jhurriyon tak samete jee rahee hoon use main !! Shayari Bistar Shayari Prem Shayari