बारात निकली हैं आज जज़्बातों की मेरे

बारात निकली हैं आज जज़्बातों की मेरे

बारात निकली हैं आज जज़्बातों की मेरे

बारात निकली हैं आज जज़्बातों की मेरे
देखते हैं, पैगाम-ए-दिल दिलदार तक कब पहुँचता हैं।


Baaraat nikalee hain aaj jazbaaton kee mere
Dekhate hain, paigaam-e-dil diladaar tak kab pahunchata hain.