बहोत सूनी होगी यह दीवाली

बहोत सूनी होगी यह दीवाली

बहोत सूनी होगी यह दीवाली

रोशनी भी होगी,
होंगे चिराग भी
आवाज़ भी होगी,
होंगे साज़ भी
पर ना होगी उसकी परछाई,
ना उसकी आहट
बहोत सूनी होगी यह दीवाली
बिन सनम कैसे मिलेगी मुझे राहत!!


Roshanee bhee hogee,
Honge chiraag bhee
Aavaaz bhee hogee,
Honge saaz bhee
Par na hogee usakee parachhaee,
Na usakee aahat
Bahot soonee hogee yah deevaalee
Bin sanam kaise milegee mujhe raahat!!