बस इतना ही चाहिये तुजसे ऐ जिंदगी

बस इतना ही चाहिये तुजसे ऐ जिंदगी

बस इतना ही चाहिये तुजसे ऐ जिंदगी..
कि जम़ीन पर बैठूँ तो लोग उसे मेरा बडप्पन कहें, औकात नहीं.!


Bas itana hee chaahiye tujase ai jindagee..
Ki jameen par baithoon to log use mera badappan kahen, aukaat nahin.!