बला है क़हर है आफ़त है फ़ित्ना है क़यामत है,

बला है क़हर है आफ़त है फ़ित्ना है क़यामत है,

बला है क़हर है आफ़त है फ़ित्ना है क़यामत है,
हसीनों की जवानी को जवानी कौन कहता है...!!

अर्श मलसियानी।।


Bala hai qahar hai aafat hai fitna hai qayaamat hai,
haseenon kee javaanee ko javaanee kaun kahata hai...!!

Arsh malasiyaanee..