बला है क़हर है आफ़त है फ़ित्ना है क़यामत है, Admin / Jan 31, 2022 बला है क़हर है आफ़त है फ़ित्ना है क़यामत है, बला है क़हर है आफ़त है फ़ित्ना है क़यामत है, हसीनों की जवानी को जवानी कौन कहता है...!! अर्श मलसियानी।। Bala hai qahar hai aafat hai fitna hai qayaamat hai, haseenon kee javaanee ko javaanee kaun kahata hai...!! Arsh malasiyaanee.. Shayari Aafat Shayari Jawani Shayari Qayamat Shayari