बनाते फिरते हैं रिश्ते जमाने भर से हम अक्सर

बनाते फिरते हैं रिश्ते जमाने भर से हम अक्सर

बनाते फिरते हैं रिश्ते जमाने भर से हम अक्सर
मगर घर मे जरूरत हो तो रिश्ते बोल जाते है


Banaate phirate hain rishte jamaane bhar se ham aksar
Magar ghar me jaroorat ho to rishte bol jaate hai