बढती उम्र मे इश्क हो तो अचरज नही गालिब Admin / Jan 30, 2022 बढती उम्र मे इश्क हो तो अचरज नही गालिब बढती उम्र मे इश्क हो तो "अचरज नही गालिब" क्योकि गेंद पुरानी होने पर ही रिवर्स स्विंग लेती है" Badhatee umr me ishk ho to "acharaj nahee gaalib" Kyoki gend puraanee hone par hee rivars sving letee hai" Shayari Love Shayari Rani Shayari Umar Shayari