फिर से दुनिया बसाने चले आए हम

फिर से दुनिया बसाने चले आए हम

फिर से दुनिया बसाने चले आए हम ।
देख तुझको मनाने चले आए हम ।
जिन्दगी की सभी ख्वाहिशें छोड़कर
एक तेरा साथ पाने चले आए हम ।
लेखक-अमित कुमार यश


Phir se duniya basaane chale aae ham .
Dekh tujhako manaane chale aae ham .
Jindagee kee sabhee khvaahishen chhodakar
Ek tera saath paane chale aae ham .
Lekhak-amit kumaar yash