फिर पूछना कि कैसे भटकती है ज़िंदगी Mohit / Jan 03, 2022 फिर पूछना कि कैसे भटकती है ज़िंदगी फिर पूछना कि कैसे भटकती है ज़िंदगी पहले किसी पतंग की मानिंद कट के देख - नज़ीर बाक़री Phir poochhana ki kaise bhatakatee hai zindagee, Pahale kisee patang kee maanind kat ke dekh !! - Nazeer Baaqaree Shayari 2 Line Shayari Bhatak Shayari Patang Shayari