फिर पलट रही हैं सर्दियों की सुहानी रातें

फिर पलट रही हैं सर्दियों की सुहानी रातें

फिर पलट रही हैं सर्दियों की सुहानी रातें,
फिर तेरी याद में जलने के जमाने आ गए।


Phir Palat Rahi Hain Sardion Ki Suhani Ratein,
Phir Teri Yaad Mein Jalne Ke Zamane Aa Gaye.