फिर दिल के ख्वाबगाह में माजी का बांकपन

फिर दिल के ख्वाबगाह में माजी का बांकपन

फिर दिल के ख्वाबगाह में माजी का बांकपन,
आवाज दे रहा था कि तुम याद आ गये।


Fir Dil Ke Khwabgaah Mein Maaji Ka Baankpan,
Aawaaz De Raha Tha Ke Tum Yaad Yaad Aa Gaye.