प्यार का ज़ज़्बा भी क्या क्या ख्वाब दिखा देता है

प्यार का ज़ज़्बा भी क्या क्या ख्वाब दिखा देता है

प्यार का ज़ज़्बा भी क्या क्या ख्वाब दिखा देता है

प्यार का ज़ज़्बा भी क्या क्या ख्वाब दिखा देता है,
अजनबी चेहरों को महबूब बना देता है..


Pyaar ka zazba bhee kya kya khvaab dikha deta hai,
Ajanabee cheharon ko mahaboob bana deta hai..