पोंछते अश्क़ हैं अकेले में जो हज़ारों में मुस्कुराते हैं

पोंछते अश्क़ हैं अकेले में जो हज़ारों में मुस्कुराते हैं

पोंछते अश्क़ हैं अकेले में
जो हज़ारों में मुस्कुराते हैं।


Ponchhate ashq hain akele mein
Jo hazaaron mein muskuraate hain.