पोंछते अश्क़ हैं अकेले में जो हज़ारों में मुस्कुराते हैं Admin / Jan 31, 2022 पोंछते अश्क़ हैं अकेले में जो हज़ारों में मुस्कुराते हैं पोंछते अश्क़ हैं अकेले में जो हज़ारों में मुस्कुराते हैं। Ponchhate ashq hain akele mein Jo hazaaron mein muskuraate hain. Shayari 2 Line Shayari Akele Shayari Ashk Shayari Chaat Shayari Muskura Shayari Raat Shayari