पोंछ लो बहते हुए अपने इन आंसुओं को

पोंछ लो बहते हुए अपने इन आंसुओं को

पोंछ लो बहते हुए अपने इन आंसुओं को,
भला कौन रहना पसंद करता है, टपकते हुए मकानों में.!!


Ponchh lo bahate hue apane in aansuon ko,
Bhala kaun rahana pasand karata hai, tapakate hue makaanon mein.!!