पहाड़ों जैसे सदमे झेलती है उम्र भर लेकिन

पहाड़ों जैसे सदमे झेलती है उम्र भर लेकिन

पहाड़ों जैसे सदमे झेलती है उम्र भर लेकिन,
बस इक औलाद की तकलीफ़ से माँ टूट जाती है...!


Pahaadon jaise sadame jhelatee hai umr bhar lekin,
Bas ik aulaad kee takaleef se maan toot jaatee hai...!