पंख लगा के उड नहीं सकती चिट्ठी मेरी क्योंकि

पंख लगा के उड नहीं सकती चिट्ठी मेरी क्योंकि

पंख लगा के उड नहीं सकती चिट्ठी मेरी क्योंकि

पंख लगा के उड नहीं सकती चिट्ठी मेरी क्योंकि,
एहसास और अल्फाज दोनों ही बहुत भारी है इसमें।


Pankh laga ke ud nahin sakatee chitthee meree kyonki,
Ehasaas aur alphaaj donon hee bahut bhaaree hai isamen.