निप्पल से टपक रहा उनके पसीना

निप्पल से टपक रहा उनके पसीना

निप्पल से टपक रहा उनके पसीना !
भीगी पड़ी गां.ड उनकी और पसीने से लथपथ सीना !
अब तुम्हीं बताओ 'ग़ालिब !
इतनी गर्मी में कैसे ठोके कोई हसीना ?


Nippal se tapak raha unke paseena
Bheegi padi G@@nd aur paseene se lathpath seena
Ab tumhi batao Ghalib
Itni garmi me kaise thoke koi haseena