निगाहे लुत्फ से इकबार मुझको देख लेते है Admin / Jan 31, 2022 निगाहे लुत्फ से इकबार मुझको देख लेते है निगाहे-लुत्फ से इकबार मुझको देख लेते है, मुझे बेचैन करना जब उन्हें मंजूर होता है। Nigaahe-lutph se ikabaar mujhako dekh lete hai, Mujhe bechain karana jab unhen manjoor hota hai. Shayari Chain Shayari Hindi Shayari