निगाहे कहर के मारे जब इतने खुश है तो फिर

निगाहे कहर के मारे जब इतने खुश है तो फिर

निगाहे-कहर* के मारे जब इतने खुश है तो फिर
निगाहे-लुत्फ* के मारों का हाल क्या होगा?

निगाहे-कहर – कोप-दृष्टि, निगाहे-लुत्फ – कृपा-दृष्टि


Nigaahe-kahar ke maare jab itne khush hai to phir
NIgaahe-lutf ke maaro ka haal kya hoga?