ना जाने किसका मुकद्दर संवरने वाला है

ना जाने किसका मुकद्दर संवरने वाला है

ना जाने किसका... मुकद्दर संवरने वाला है.....
वो एक किताब मे चिट्ठी...छुपा के निकली है


Na jaane kisaka... mukaddar sanvarane vaala hai.....
Vo ek kitaab me chitthee...chhupa ke nikalee hai