ना जाने कितने बँधनों को तोड़ते तोड़ते Rajnish / Jan 31, 2022 ना जाने कितने बँधनों को तोड़ते तोड़ते ना जाने कितने बँधनों को तोड़ते-तोड़ते... ना जाने और कितने बँधनों में जकड़ जाती है वो औरत है...!! Na jaane kitane bandhanon ko todate-todate... Na jaane aur kitane bandhanon mein jakad jaatee hai vo aurat hai...!! Shayari Dhan Shayari Emotional Shayari