ना ज़ख्म भरे ना शराब सहारा हुई

ना ज़ख्म भरे ना शराब सहारा हुई

ना ज़ख्म भरे... ना शराब सहारा हुई...
ना वो वापस लौटे ना मोहब्बत दोबारा हुई।


Na Zakhm Bhare Na Sharab Sahara Huyi,
Na Woh Wapas Laute Na Mohabbat Dobara Huyi.