नयी हवाओं की सोहबत बिगाड़ देती हैं

नयी हवाओं की सोहबत बिगाड़ देती हैं

नयी हवाओं की सोहबत बिगाड़ देती हैं
कबूतरों को खुली छत बिगाड़ देती हैं

जो जुर्म करते है इतने बुरे नहीं होते
सज़ा न देके अदालत बिगाड़ देती हैं


Nai hawaon ki sohabat bigaad deti hain
Kabootron ko khul cchat bigaad deti hain

Jo jurm karte hain itne bure nahi hote
Sazaa na de ke adaalat bigaad deti hain