नफरत का धुँआ जब आँखों में उतर जाता है

नफरत का धुँआ जब आँखों में उतर जाता है

नफरत का धुँआ जब आँखों में उतर जाता है...
सच और झूठ का फर्क, फिर कहाँ नजर आता है...!!


Napharat ka dhuna jab aankhon mein utar jaata hai...
Sach aur jhooth ka phark, phir kahaan najar aata hai...!!