दौर ए तरक्की में कोई दुख भरी बात मत कहना

दौर ए तरक्की में कोई दुख भरी बात मत कहना

दौर-ए-तरक्की में कोई दुख भरी बात मत कहना,
क्या फ़र्क नहीं डालता किसी पर अन्नदाता का भूखे सो जाना?


Daur-e-tarakkee mein koee dukh bharee baat mat kahana,
Kya fark nahin daalata kisee par annadaata ka bhookhe so jaana?