दोस्ती तो ज़िन्दगी का वो खूबसुरत लम्हा है

दोस्ती तो ज़िन्दगी का वो खूबसुरत लम्हा है

दोस्ती तो ज़िन्दगी का वो खूबसुरत लम्हा है

दोस्ती तो ज़िन्दगी का वो खूबसुरत लम्हा है,
जिसका अंदाज सब रिश्तों से अलबेला है,
जिसे मिल जाये वो खुश..
जिसे ना मिले वो लाखों में अकेला है!


Dostee to zindagee ka vo khoobasurat lamha hai,
Jisaka andaaj sab rishton se alabela hai,
Jise mil jaaye vo khush..
Jise na mile vo laakhon mein akela hai!