दोस्त रूठे तो रब रूठे

दोस्त रूठे तो रब रूठे

दोस्त रूठे तो रब रूठे,
फिर रूठे तो जग छूटे,
अगर फिर रूठे तो दिल टूटे,
और अगर फिर रूठे
तो निकाल डंडा मार साले को
जब तक डंडा न टूटे।


Dost Ruthe Toh Rab Ruthe
Fir Ruthe Toh Jag Chhute,
Agar Fir Ruthe Toh Dil Tute
Aur Agar Fir Ruthe,
To Nikal Danda Maar Sale Ko
Jab Tak Danda Na Tute.