दैर ओ हरम में चैन जो मिलता

दैर ओ हरम में चैन जो मिलता

दैर-ओ-हरम में चैन जो मिलता, क्यों जाते मैख़ाने लोग ।
अब जब मुझ को होश नहीं है, आये हैं समझाने लोग ।।


Dair-o-haram mein chain jo milata, kyon jaate maikhaane log .
Ab jab mujh ko hosh nahin hai, aaye hain samajhaane log ..