दीप जलते रहे मन से मन मिलते रहे

दीप जलते रहे मन से मन मिलते रहे

दीप जलते रहे मन से मन मिलते रहे

दीप जलते रहे मन से मन मिलते रहे
गिले सिकवे सारे मन से निकलते रहे
सारे विश्व मे सुख-शांति की प्रभात ले आये
ये दीपो का त्योहार खुशी की सोंगात ले आये


Deep jalate rahe man se man milate rahe
Gile sikave saare man se nikalate rahe
Saare vishv me sukh-shaanti kee prabhaat le aaye
Ye deepo ka tyohaar khushee kee songaat le aaye