दिल्ली जो कमाने जाते हैं,

दिल्ली जो कमाने जाते हैं,

दिल्ली जो कमाने जाते हैं,
गाँव लौटकर झूठी कहानियाँ सुनाते हैं.
चेहरे पर झूठी मुस्कान सजाते हैं,
शायद कोई दर्द खूबसूरती से छिपाते हैं.


Dillee jo kamaane jaate hain,
Gaanv lautakar jhoothee kahaaniyaan sunaate hain.
Chehare par jhoothee muskaan sajaate hain,
Shaayad koee dard khoobasooratee se chhipaate hain.